मनाली-लेह रूट पर एक दुखद हादसा – आने वाले पर्यटक कृपया सावधान रहें!
Hello दोस्तों,
हिमाचल की वादियाँ जितनी खूबसूरत हैं, वहाँ की ऊँचाइयाँ उतनी ही चुनौतीपूर्ण भी हो सकती हैं। हाल ही में एक दुखद खबर सामने आई है जो हम सभी को सतर्क कर देने वाली है।
📍 क्या हुआ?
लाहौल-स्पीति जिले में मनाली-लेह नेशनल हाईवे पर एक पर्यटक की हाई एल्टीट्यूड सिकनेस (High Altitude Sickness) के कारण मृत्यु हो गई।
यह घटना पंजाब, पटियाला के रहने वाले वरिंदरजीत पंधेर (54 वर्ष) के साथ हुई, जो पेशे से एक आयुर्वेदिक डॉक्टर थे। वे अपनी पत्नी और बेटी के साथ 28 मई को लेह के लिए रवाना हुए थे और वापसी के समय दारचा में बीमार पड़ गए। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद केलांग रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उनका निधन हो गया।
🙏 यह पोस्ट एक चेतावनी नहीं, एक अनुरोध है...
दोस्तों, हम सब रोमांच की तलाश में सफर पर निकलते हैं। लेकिन ऊँचाई वाले क्षेत्रों की अपनी सीमाएँ होती हैं, जिन्हें हमें समझना और मानना चाहिए।
इसलिए यदि आप लाहौल-स्पीति, लेह-लद्दाख या मनाली की ओर आ रहे हैं, तो कृपया इन 5 ज़रूरी बातों का विशेष ध्यान रखें:
- 🫁 हाई एल्टीट्यूड सिकनेस को हल्के में न लें: सिरदर्द, चक्कर आना, सांस लेने में तकलीफ – ये लक्षण नजरअंदाज न करें।
- 🧯 ऑक्सीजन किट साथ रखें: यह एक छोटा उपकरण इमरजेंसी में बहुत बड़ा सहारा बन सकता है, खासकर दारचा, पांग और सरचू जैसे इलाकों में।
- 📴 मोबाइल नेटवर्क की कमी: दारचा और आसपास नेटवर्क उपलब्ध नहीं रहता। इसीलिए अपने ग्रुप के साथ समन्वय बनाकर चलें।
- 🧍 धीरे-धीरे ऊँचाई बढ़ाएं: सीधे मनाली से लेह की बजाय बीच में ठहरें और शरीर को समय दें एडजस्ट होने का।
- 💊 दवाइयाँ और मेडिकल किट साथ रखें: खासकर अगर आप हृदय, बीपी या अस्थमा के मरीज हैं, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
❤️ आपका जीवन सबसे कीमती है
हम चाहते हैं कि आप हिमालय की वादियों में आएं, तस्वीरें लें, यादें बनाएं — लेकिन सुरक्षित रहकर। एक छोटी सी सावधानी, एक बड़ा हादसा टाल सकती है।
अगर आप या आपके जानने वाले आने वाले समय में लेह-लद्दाख या स्पीति की योजना बना रहे हैं, तो इस पोस्ट को जरूर साझा करें।
यात्रा करें, लेकिन समझदारी के साथ।
आपका स्वागत है देव भूमि कुल्लू में — लेकिन सुरक्षित यात्रा के साथ।
🙏 सुरक्षित रहें, सजग रहें — आपकी यात्रा मंगलमय हो!