
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से मची तबाही, 2 की मौत, 20 से ज्यादा लोग लापता
धर्मशाला/कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में मंगलवार तड़के बादल फटने (Cloudburst) और भारी बारिश से तबाही मच गई। कांगड़ा और कुल्लू जिलों में आई बाढ़ और मलबे में दबकर दो लोगों की मौत हो गई है जबकि करीब 20 लोग अब भी लापता हैं। SDRF और प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।
मनुनी खड्ड में बहे मजदूर, दो शव बरामद
कांगड़ा जिले के थुराल क्षेत्र में मनुनी खड्ड में बाढ़ के कारण एक हाइड्रो प्रोजेक्ट साइट से कई मजदूर बह गए। प्रशासन ने अब तक दो शव बरामद कर लिए हैं, जबकि 15 से 20 मजदूरों की तलाश जारी है। इन मजदूरों में अधिकतर बिहार और झारखंड से आए थे।
कुल्लू जिले में भी भारी नुकसान
कुल्लू के सैंज, मनिकर्ण और गड़सा घाटी में भी बादल फटने और मूसलाधार बारिश के कारण भारी तबाही हुई है। कई पुल और सड़कें बह गई हैं। तीन स्थानीय लोगों के लापता होने की खबर है। नदी किनारे बसे गांवों में पानी और मलबा घुसने से घरों को नुकसान पहुंचा है।
IMD ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने हिमाचल के कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, चंबा, शिमला जैसे जिलों में अगले 48 घंटों के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदियों और नालों के पास न जाएं और पहाड़ी क्षेत्रों में अनावश्यक यात्रा से बचें।
सड़क और यातायात व्यवस्था बाधित
कई राष्ट्रीय और राज्यीय राजमार्गों पर भूस्खलन और पानी भरने के कारण यातायात बाधित है। मनाली-चंडीगढ़ हाईवे के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। BRO और PWD की टीमें सड़कों को खोलने में जुटी हैं।
बचाव और राहत कार्य जारी
स्थानीय प्रशासन, पुलिस, राजस्व विभाग और SDRF की टीमें लगातार राहत कार्य में लगी हुई हैं। हेलीकॉप्टर की मदद से हवाई सर्वेक्षण भी किया जा रहा है। लापता लोगों के परिजन मौके पर जुटे हैं और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
स्थानीय प्रशासन की अपील
हिमाचल सरकार और जिला प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। सभी नागरिकों को SMS अलर्ट भेजे जा रहे हैं और इमरजेंसी कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिया गया है।